The Digital 24 मध्य प्रदेश डेस्क : जबलपुर जिले का मटर पूरी दुनिया में अपनी मिठास और बड़े दानो के लिए पहचाना जाता है दिसंबर की शुरुआती दौर से मटर की आवाजाही शुरू हो जाती है जबलपुर जिले में आने वाली तहसीलों में किसान मटर की बंपर पैदावार करते हैं जबलपुर का मटर पूरे देश के साथ-साथ विदेश में भी भेजा जाता है..मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी मटर की मंडी में इस बार बड़ी तब्दीली की गई है.जबलपुर की मटर की मंडी अब शहर के विजय नगर कृषि उपज मंडी की बजाए बाईपास में एक नए स्थान पर बनाई जाएगी.प्रशासन का कहना है कि इससे किसानों,व्यापारियों और आम जनता को फायदा होगा...जबलपुर में लगभग 40,000 हेक्टेयर जमीन पर मटर लगाया जाता है.मटर का इस्तेमाल ज्यादातर सब्जी के रूप में होता है.मटर का पूरा दम उसके ताजापन पर निर्भर करता है.जबलपुर जिले में सीजन पर लाखों क्विंटल मटर एक साथ मंडियों में पहुंचता है,इस मटर को उतनी ही तेजी से देश के दूसरे इलाकों के बाजारों में पहुंचाया जाता है...अपने बीते सालों के अनुभव को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार मटर मंडी को शहर के बाहर शिफ्ट कर दिया है क्योंकि जबलपुर से लगी तहसीलों से जब मटर कृषि उपज मंडी पहुंचता है तो शाम से लेकर दूसरे दिन दोपहर तक पूरी यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है साथ ही कई बार पुलिस और जिला प्रशासन को लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने का सामना भी करना पड़ता है..इस साल जिला प्रशासन ने इस वर्ष किसानों ने मांग की थी कि जबलपुर की मटर मंडी शहर से बाहर की जाए.जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना, पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय विश्नोई के साथ दूसरे जनप्रतिनिधियों और किसानों ने मिलकर जबलपुर शहर के बाहर बाईपास के पास एक नई मटर मंडी स्थापित की है.विधायक अजय विश्नोई का कहना है कि "इस नई मटर मंडी के बनने के बाद न केवल किसानों को फायदा होगा बल्कि व्यापारियों को भी आसानी से अपने माल को ट्रांसपोर्ट करने की व्यवस्था मिल जाएगी और शहर वालों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा.....
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